घर बनाते समय सही लकड़ी का चुनाव करें और सही फर्नीचर ही खरीदें (Ghar Banate Samay Sahi Lakdi Ka Chunav Kare Aur Sahi Furniture Hi Kharide)
वास्तु शास्त्र पर ध्यान कौन नहीं देता है?, आज कल हर इंसान ही अपने जीवन को सुखी-शांत तरीके से जीने के लिए ज्योतिष तथा वास्तु शास्त्र पर ध्यान देता है पर जितना ध्यान लोग अपने घर की दिशा और रंग पर देते है उतना ही ध्यान देना चाहिए इस विषय पर कि जब आप अपने घर या भवन का निर्माण करवा रहे तो दरवाजों तथा खिड़कियों पर कौन सी लकड़ी का उपयोग किया जा रहा है? घर बन जाने के बाद भी लकड़ियों के फर्नीचर खरीदा जाता है, तो आइये आज जानते है कि कैसी लकड़ी या फर्नीचर का चुनाव सही और शुभ फलदायक होता है :
घर बनाते समय कौन सी लकड़ी का उपयोग शुभ फलदायी होता है?(Ghar Banate Samay Kaun Si Lakdi Ka Upyog Shubh Faldayi Hota Hai?)
आम तौर पर घर बनाते समय दरवाजों और खिड़कियों के लिए कई तरह की लकड़ियां उपयोग में लायी जाती है पर, जरुरी नहीं की ये लकड़ियां वास्तु शास्त्र के अनुसार शुभ हो।
वास्तु शास्त्र के अनुसार सागौन, शीशम तथा आम की लकड़ी अत्यंत शुभ है, इनके अलावा साल, सुपारी, अखरोट, तथा पनस की लकड़ी भी शुभ मानी जाती है जिन्हें वास्तु शास्त्र के अनुसार उपयोग में लाने की अनुमति दी गयी है।
घर की चौखट पर भूल से भी न लगाएं : (Ghar Ki Chokhat Per Bhul Se Bhi Na Lagaye)
वास्तुशास्त्र के अनुसार, घर के मुख्य दरवाजा तथा चौखट पर आम तथा बबूल की लकड़ियों का उपयोग ना करें। दरवाजे तथा चौखट पर मजबूत लकड़ी का ही उपयोग करें। कमजोर लकड़ियां कमजोर भविष्य अर्थात दुःख और अशुभता के तरफ लेकर जाती है ।
बबूल की लकड़ी वर्जित (Babul Ki Lakdi Varjit) :
पुरानी मान्यता तथा कुछ ग्रंथों के अनुसार बबूल की लकड़ी को गृह निर्माण में अशुभ माना जाता है। लेकिन, बबूल की लकड़ी की मजबूती के कारण लोग इसका उपयोग करते है पर ऐसा करना बिल्कुल गलत है। वास्तुशास्त्र के अनुसार दूधवाले तथा कांटेदार पेड़ों की लकड़ियों का उपयोग नहीं करना चाहिए है। दूध वाले पेड़ जैसे – बरगद, गूलर,और आक का उपयोग बिलकुल भी नहीं करना चाहिए।
एक ही पेड़ की लकड़ी का उपयोग (Ek Hi Ped Ki Lakdi Ka Upyog) :
बास्तु शास्त्र के अनुसार, मुख्य दरवाजे तथा चौखट पर एक ही पेड़ की लकड़ियों का उपयोग करना शुभ होता है। खिड़कियों के लिए भी वही लकड़ी का उपयोग करें जो मुख्य दरवाजे या चौखट पर लगाई गयी हो ।
नक्षत्र के अनुसार वृक्ष की लकड़ी का उपयोग (Nakshtra Ke Anusar Vriksh Ki Lakdi Ka Upyog) :
ज्योतिष शास्त्र तथा वास्तु शास्त्र के अनुसार, जिस भी नक्षत्र में आपका जन्म हुआ हो, उसी नक्षत्र से संबंधित वृक्ष आपका “कुल वृक्ष” कहलाता है और यह कुल वृक्ष ही आपके लिए “कल्पवृक्ष” के समान होता है। यदि कोई अपने नक्षत्र के अनुसार वृक्ष के लकड़ी का उपयोग अपने घर में दारवाजे, चौखट तथा खिड़कियों के बनवाने में करें तो यह अति शुभ है। नक्षत्र के अनुसार यह वृक्ष अपने घर में लगाना भी अत्यंत शुभ फलदायी होता है, जो सौभाग्य लाता है।
फर्नीचर की जांच (Furniture Ki Pehchan) :
वास्तु शास्त्री अनुसार, घर में कोई भी फर्नीचर लाने से पहले उसकी लकड़ी की सही पहचान करना अति आवश्यक है। आज कल फर्नीचर में मूंगे की चट्टान, प्लायवुड, पुष्ठे, प्लास्टिक तथा चमड़ा को मिलाकर नया रंग – रूप दे दिया जाता है, जिसका उपयोग अच्छा नहीं माना जाता।
फर्नीचर में उपयोग किये जाने वाले लकड़ी :
वास्तु शास्त्र के अनुसार फर्नीचर में अगर सागौन, शीशम, अखरोट की लकड़ियों का उपयोग किया गया हो तो यह शुभ फलदायक है। फर्नीचर के कोनों का अच्छी तरह से जांच करें – वो नुकीले न होकर गोलाकार होने चाहिए।
Frequently Asked Questions
1. वास्तु शास्त्र के अनुसार घर बनाने में कौन सी लकड़ी का उपयोग करें ?
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर बनाने में सगौन, शीशम तथा आम की लकड़ी अत्यंत शुभ है।
2. क्या चौखट पर आम की लकड़ी का उपयोग कर सकते है ?
जी नहीं, चौखट पर आम की लकड़ी का उपयोग नहीं कर सकते।
3. वास्तु शास्त्र के अनुसार घर बनाने में बरगद, गूलर, और आक का उपयोग करें या नहीं ?
घर बनाने में बरगद, गूलर और आक का उपयोग बिल्कुल भी नहीं करें।
4. घर बनाने में बबूल की लकड़ी शुभ है या अशुभ ?
घर बनाने में बबूल की लकड़ी को अशुभ माना जाता है।
5. खिड़की, दरवाजे या घर बनाने के लिए नक्षत्र के अनुसार लकड़ी का उपयोग शुभ है या अशुभ?
जी हाँ, खिड़की दरवाजे या घर बनाने के लिए नक्षत्र के अनुसार लकड़ी का उपयोग शुभ है।
6. फर्नीचर में बनाने में कौन सी लकड़ी का उपयोग करें ?
फर्नीचर में सगौन, शीशम तथा अखरोट की लकड़ी अत्यंत शुभ है।