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हरसिंगार क्या है और इसके फायदे (Harsingar Kya Hai Aur Iske Fayde)

हरसिंगार क्या है और इसके फायदे (Harsingar Kya Hai Aur Iske Fayde)

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हरसिंगार यानी की पारिजात के फूल सबको पसंद है और इसके फूलों को विशेष तौर पर पूजा – पाठ में उपयोग में लाया जाता है। पर क्या आप ये जानते है कि हरसिंगार यानी की पारिजात के वृक्ष (harsingar ka paudha) और पुष्प बहुत ही स्वास्थ्यवर्धक भी होते है। जी हां, हरसिंगार का उपयोग आप पूजा-पाठ में तो करते ही हैं, लेकिन, आयुर्वेद की दुनिया में हरसिंगार के वृक्ष (harsingar ka ped) और हरसिंगार के फूलों का अपना एक अलग ही महत्व है।      

हरसिंगार के वृक्ष और फूलों का इस्तेमाल शरीर को स्वस्थ बनाने के साथ-साथ विभिन्न रोगों को दूर करने के लिए भी किया जाता है। लेकिन, सही रूप से हरसिंगार का उपयोग करना भी बहुत जरूरी है। हरसिंगार का उपयोग पाचन तंत्र को मजबूत करने में, पेट के रोग दूर करने के लिए, मूत्र रोग, लिवर सम्बंधित विकार और बुखार इत्यादि रोगों को दूर करने के लिए किया जाता है ।

आज हम यहां जानेंगे, हरसिंगार क्या है? (harsingar kya hai?) हरसिंगार के फायदों के बारे में (harsingar ke fayde) और साथ में जानेंगे कि किस प्रकार आप हरसिंगार का सेवन करें जिससे आपको उचित फायदे हो सके (harsingar khane ke fayde)। तो चलिए शुरू करते हैं :

हरसिंगार क्या है? (What is Harsingar in Hindi?)

हरसिंगार यानि की नाइट जैस्मीन में कई गुण होते है। यह झाड़ीदार या छोटा सा पेड़ होता है जो धूसर परतदार छाल वाला 33 फीट लंबा होता है। हरसिंगार की पत्तियाँ एक मार्जिन लिए हुए काफी चौड़ी होती हैं। हरसिंगार के फूल 5 से 8 सफेद पंखुड़ियों वाले होते है जिनमें नारंगी-लाल रंग का केंद्र होता है। यह फूल दिन के समय अपनी चमक खो देता है और आमतौर पर इसे कपड़ों को पीले रंग से रंगने के लिए उपयोग में लाया जाता है।

हरसिंगार का साइंटिफिक यानी कि वानस्पतिक नाम निक्टैन्थिस् आर्बोर-ट्रिस्टिस् (Nyctanthes arbor-tristis Linn., Syn-Nyctanthes dentata Blume) है। और यह ओलिएसी (Oleaceae) कुल से है। 

हरसिंगार के वृक्ष और पुष्प के चमत्कारी फायदे : (Benefits of  Harsingar in Hindi)

आइए जानते हैं हरसिंगार यानी कि पारिजात के वृक्ष और पुष्प से मिलने वाले फायदों के बारे में :

रूसी हटाने के लिए हरसिंगार : (Benefits of  Harsingar in Dandruff in Hindi)

आज हर कोई रूसी की समस्या से परेशान है और रूसी की समस्या से निजात पाने के लिए अनेकों उपाय करते हैं। लेकिन आज हम आपको बताने वाले हैं कि किस प्रकार आप बहुत ही आसानी से अपने बालों में होने वाले रूसी की समस्या से निजात पा सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले आप हरसिंगार का बीज ले और उसका पेस्ट तैयार करें और उस पर पेस्ट को अपने बालों में लगाएं। इससे आपको जल्द से जल्द रूसी की परेशानी से छुटकारा मिल जाएगा। 

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गले के रोग के लिए हरसिंगार के फायदे : (Benefits of Harsingar in Oral Disease Treatment in Hindi)

यदि आपको किसी भी प्रकार का गले से संबंधी कोई रोग है या आपके गलशुण्डी में कोई रोग हो तो आप हरसिंगार के पौधे की जड़ का एक छोटा सा हिस्सा लेकर उसे अच्छी तरह से साफ करके उसे चबाए। इससे गले से संबंधित रोग और गलशुण्डी से भी जुड़े रोग जल्द से जल्द ठीक हो जाते हैं। 

खांसी में हरसिंगार के फायदे खांसी दूर भगाने के लिए : (Benefits of Harsingar in Cough Treatment in Hindi)

यदि आप खांसी से परेशान है तो हरसिंगार का इस्तेमाल कर सकते हैं जिससे आपको जल्द से जल्द लाभ होगा। इसके लिए आपको चाहिए 500 ग्राम हरसिंगार की छाल और इस छाल की आप चूर्ण तैयार करें। इस चूर्ण के सेवन मात्र से ही खांसी जल्द से जल्द ठीक हो जाती है। 

कान नाक से रक्तस्राव में हरसिंगार के फायदे (Benefits of Harsingar in bleeding in Hindi)

कुछ लोगों का अधिकतर उनके कान और नाक से रक्तस्राव होता ही रहता है। ऐसे लोग हरसिंगार को उपयोग में ला सकते हैं। इसके लिए आप हरसिंगार के जड़ को अच्छे से साफ करके, जड़ का एक छोटा सा टुकड़ा मुंह में लेकर चबाएं। इसे आपके नाक कान से निकलने वाला खून जल्द से जल्द से बंद हो जाएगा।

पेट के कीड़ों के लिए हरसिंगार के फायदे : (Benefits of Harsingar in Stomach Worm in Hindi)

पेट में कीड़े होना आम समस्या है जिससे कि सिर्फ बच्चे ही नहीं बल्कि व्यसक भी बहुत परेशान होते हैं। इसके लिए आप हरसिंगार को उपयोग में ला सकते हैं। आप सबसे पहले हरसिंगार के पेड़ से ताजे पत्ते तोड़ ले। हरसिंगार के पत्तों का रस करीब 5ml लें और उसे चीनी के साथ उसका सेवन करें। इससे पेट और आंतों में होने वाले रोग से आपको जल्द से जल्द राहत मिल जाएगी। 

बार-बार पेशाब की समस्या में हरसिंगार के उपाय : (Benefits of Harsingar in Urinary Problems in Hindi)

यदि आप बार-बार पेशाब लगने की समस्या से परेशान हैं तो इसमें हरसिंगार का पेड़ आपको काफी लाभ दे सकता है। इसके लिए आप हरसिंगार के पत्ते, उसका जड़ और उसकी फूल का काढ़ा तैयार करें इसे और इस काढ़े को कम से कम 10 से 30 ml की मात्रा में इसका सेवन करें। इससे आपको बार-बार पेशाब लगने की समस्या से निजात मिल जाएगी। 

घाव को सुखाने में हरसिंगार के फायदे : (Benefits of Harsingar in Healing Chronic Wounds in Hindi)

यदि आप फोड़े फुंसी या किसी सामान्य घाव से परेशान है तो इसके लिए आप हरसिंगार के बीज लें और उसका पेस्ट तैयार करें। इस पेस्ट को अपने त्वचा, घाव या फोड़े फुंसी के स्थान पर लगा दे। इससे आप जल्द से जल्द घाव या फोड़े फुंसी से छुटकारा पा लेंगे।

डायबिटीज के लिए हरसिंगार के फायदे : (Benefits of Harsingar in Diabetes in Hindi)

हरसिंगार का पेड़ डायबिटीज यानी कि शुगर में काफी लाभ पहुंचता है। इसके लिए आप हरसिंगार के पत्तों का काढ़ा तैयार करें और आप इस काढ़े का 10 से 30 ml तक सेवन कर सकते हैं। इससे आपको डायबिटीज के रोग में जल्द से जल्द आराम मिलेगा।

तिल्ली के रोग में हरसिंगार के फायदे : (Benefits of Harsingar in Spleen Disorder in Hindi)

यदि आप तिल्ली से बहुत परेशान हैं तो हरसिंगार आपके लिए एक वरदान साबित हो सकता है। इसके लिए आपको हरसिंगार, अपामार्ग तथा ताल मखाना के क्षार को तेल में मिलाकर इसका सेवन करना होगा। इससे आपको जल्द से जल्द ही तिल्ली में लाभ पहुंचेगा।

गंजेपन की समस्या में हरसिंगार के फायदे : (Benefits of Harsingar in Baldness Problem in Hindi)

यदि आप ज्यादा बाल झड़ने या गंजेपन की समस्या से परेशान हैं तो आप मात्र हरसिंगार के उपयोग से इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। इसके लिए आप हरसिंगार के बीजों का पेस्ट बना लें और उसे अपने सिर तथा बालों पर लगाएं। इससे आप जल्द से जल्द गंजेपन की परेशानी से निजात पा सकते हैं।  इसके साथ साथ नये बाल भी उगने लगेंगे।

हरसिंगार का इस्तेमाल कैसे करें? (How to Use Harsingar?)

Harsingar के इस्तेमाल की मात्रा :

  • हरसिंगार का काढ़ा : 15-30 मिली
  • हरसिंगार की रस : 5 मिली

हरसिंगार का अधिक से अधिक लाभ लेने के लिए किसी चिकित्सक से परामर्श अवश्य लें।

Frequently Asked Questions

1. हरसिंगार का कौन सा भाग औषधियों के रूप में इस्तेमाल किया जाता है ?

हरसिंगार के वृक्ष की छाल, पत्तियां, फूल तथा जड़ – सभी का इस्तेमाल औषधिय के रूप में किया जाता है।

2. हरसिंगार के फूल कैसे होते है ?

हरसिंगार के फूल 5 से 8 सफेद पंखुड़ियों वाले होते है जिनमें नारंगी-लाल रंग का केंद्र होता है।

3. हरसिंगार की पत्तियां कैसी होती है ?

हरसिंगार की पत्तियां एक मार्जिन लिए हुए काफी चौड़ी होती हैं।

4. हरसिंगार का वानस्पतिक नाम क्या है ?

हरसिंगार का साइंटिफिक यानी कि वानस्पतिक नाम निक्टैन्थिस् आर्बोर-ट्रिस्टिस् है।

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