जानिये नींद और ग्रहों के बीच संबंध | Janiye Neend Aur Grahon Ke Bich Sambandh
सोना किसे पसंद नहीं ? हर कोई ही पूरे दिन के कामकाज के बाद आराम करना चाहता है और अपनी नींद पूरी करना चाहता है। नींद ही एक ऐसा साधन है जिसके द्वारा इंसान कुछ घंटों के लिए अपने दुःख तकलीफ चाहे वो मानसिक हो या शारीरिक – उन्हें भूलकर सोता है और वापस ऊर्जावान होकर अपने कार्य या अपने दिन की शुरुआत करता है। पर, कई इंसान ऐसे भी होते है जिन्हें नींद न आने की शिकायत होती है और इसी कारण ऐसे लोग कई बीमारियों से घिर जाते है। ठीक तरह से नींद नहीं पूरी होने के कारण मनुष्य के शरीर की ऊर्जा अपने आप को संतुलित नहीं कर पाती और मनुष्य अपने काम को सही तरीके से नही कर पाते।
पर, क्या आपने कभी सोचा है की क्यों आखिर किसी को कम और किसी को ज्यादा नींद आती है। शायद आप सोच रहे होंगे कि इन्शान के दुःख तकलीफ के कारण मनुष्य नहीं सोता पर कई ऐसे भी लोग आपको मिल जाएंगे तो आर्थिक और शारीरिक रूप से तो अच्छू होते है फिर भी उन्हें नींद नहीं आने की शिकायत होती है। वैदिक हिन्दू शास्त्र की माने तो लोगों के नींद का सम्बन्ध आकाशीय ग्रहों और नक्षत्रों से है पर ये ग्रह और सितारे किस तरह से आपके नींद से जुड़ें हुए है आज हम इसी विषय पर चर्चा करेंगे। तो, चलिए शुरू करते है :
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जन्म कुंडली का पहला अर्थात लग्न, चौथा, अथवा और बारहवा भाव शैया सुख अर्थात नींद से जुड़ा हुआ है। यदि ये चारों भाव शुभ ग्रहों से युक्त हो तो जातक को नींद की कोई शिकायत नहीं होती है। पर यदि ये चारों भाव अशुभ ग्रहों से युक्त हो तो जातक को नींद नहीं आने की समस्या होती है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि ग्रह नींद का मुख्य कारक ग्रह है। इसके अलावा चंद्र, शुक्र और बुध ग्रह नींद के लिए शुभ और कारक ग्रह है। राशियों में कर्क राशि, वृश्चिक राशि और मीन राशि यानी की तीनों जलीय राशि ही निद्रा के लिए शुभ मानी जाती है। अगर, वायु तत्व की राशियों की बात करें तो मिथुन राशि, तुला राशि और कुंभ राशि सुखद निद्रा में सहायक होते है।
अच्छी नींद के लिए कुंडली में ग्रहों की शुभ स्थिति :
अच्छी नींद के लिए कुंडली में ग्रहों की शुभ स्थिति कई सारी होती है जो की इस प्रकार है :
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नींद के लिए कारक और मुख्य ग्रह है शनि ग्रह। यदि शनि ग्रह जन्म कुंडली में प्रधान या लग्न, चौथे भाव, आठवे भाव या बारहवें भाव में शुभ स्थिति में हो तो जातक को नींद अच्छी आती है।
- यदि जन्म कुंडली में चंद्र, बुध और शुक्र शुभ स्थानों पर विराजित हो या सम राशि या मित्र राशि भाव में विराजित हो तो जातक की नींद अच्छी आती है।
- जन्म कुंडली में जल तत्व राशि या भाव यदि मजबूत स्थिति में हो तो जातक को अच्छी निंद्रा आती है।
- जन्म कुंडली के अष्टम यानी की आठवे भाव में शुभ ग्रह विराजित हो तो भी जातक कितनी भी परेशानियों में क्यों न हो वो अपनी नींद पूरी कर ही लेता है।
- राशि के अनुसार, कर्क राशि, वृश्चिक राशि, मीन राशि, मिथुन राशि, तुला राशि और कुंभ राशि वाले जातकों को अच्छी नींद ही आती है। ऐसा माना जाता है कि इन राशि वालों के जीवन में जितनी भी परेशानियां हो ये अपनी नींद पूरी कर लेते है और हमेशा शांत और ऊर्जावान भी बने रहते है।
- पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, यदि किसी के घर के पास जलीय स्रोत हो तो उस घर में रहने वाले व्यक्तियों को अच्छी नींद आती है ये जलीय स्त्रोत कुछ भी हो सकते है जैसे कि – नदी, तालाब, झील, कुआं इत्यादि।
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जन्म कुंडली से जानें – नींद कब बन जाती है समस्या ?
- ज्योतिष शास्त्रीय के अनुसार, यदि आपके जन्म कुंडली में शनि ग्रह अशुभ अवस्था में हो तो नींद नहीं आने की शिकायत होती है। इसके अलावा शनि की साढ़े साती या शनि की ढैया में भी नींद की समस्या होती है।
- जन्म कुंडली में बुध ग्रह के पीड़ित होने से भी नींद न आने की समस्या होती है। बुध ग्रह के कारण उत्पन्न्न नींद में समस्या का कारण अधिकतर पैसों और व्यापार से जुडी हुई होती है।
- चंद्र और शुक्र को भी नींद के लिए कारक ग्रहों की श्रेणी में रखा जाता है।
- जन्म कुंडली में चंद्र शुक्र यदि अशुभ स्थिति में हो तब भी नींद नहीं आने की समस्या होती है। चंद्रमा की अशुभता के कारण यदि नींद नहीं आये तो जातक या तो अपनी माता या भवन को लेकर परेशान होते है और शुक्र की अशुभता के कारण नींद न आये तो जातक धन, प्रेम या जीवनसाथी को लेकर परेशान होता है।
- जन्म कुंडली में जल तथा वायु तत्व की कमी हो जाए और पृथ्वी तथा अग्नि तत्व के ग्रहों तथा राशियों में प्रबलता आ जाये तो भी जातक को नींद नहीं आती।
- मंगल ग्रह यदि जन्म कुंडली में अशुभ फल दे रहा हो तो भी जातक को नींद की समस्या होती है।
अच्छी नींद लाने के लिए करें ये उपाय :
- नींद नहीं आने के कई कारण है पर ज्योतिष में इसका भी उपाय बताया गया है जिसे करके आप भी नींद की समस्या से छुटकारा पा सकते है। आइये जान लेते है नींद की समस्याओं से निजात पाने के उपाय :
- बेडरूम यानी की सोने के कमरे का रंग हमेशा क्रीम, हल्का गुलाबी या हल्का हरा रखें। इससे नींद अच्छी आती है।
- बेडरूम में गंदे कपडे न रखें।
- अपने शयनकक्ष को सुगन्धित रखें।
- बिस्तर के निचे कोई भी सामान न रखें खास तौर से लोहे का सामान।
- अच्छी नींद के लिए चंद्रमा को शुभ करना अति आवश्यक है। इसलिए, चंद्रमा से जुड़ी चीजें चांदी की चेन या मोती जरूर पहनें।
- यह भी माना जाता है की लाल तिलक धारण करने से भी नींद नहीं आती। लाल टिका टूटी हुई नींद का कारण बनता है।
- सोने के समय माथे के पास या बिस्तर के निचे जल से भरा कोई बर्तन रखें। सुबह उठकर उस जल को किसी भी पेड़ या पौधें में डाल दें। ऐसा करने से नींद से जुडी समस्या दूर हो जाती है।
- सोने के कमरे में सूर्य और चन्द्रमा की रौशनी आना अति शुभदायी माना जाता है।
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Frequently Asked Questions
1. नींद आने के लिए मुख्य कारक ग्रह कौन सा है ?
नींद आने के लिए मुख्य कारक ग्रह शनि है।
2. क्या जन्म कुंडली में चंद्र शुक्र की अशुभ स्थिति होने से भी नींद नहीं आती ?
जी हाँ जन्म कुंडली में चंद्र शुक्र की अशुभ स्थिति होने से भी नींद नहीं आती।
3. बुध ग्रह के वजह से यदि नींद न आये तो इसका कारण क्या हो सकता है ?
बुध ग्रह के वजह से यदि नींद न आये तो इसका कारण पैसा या व्यापार हो सकता है।