वैदिक ज्योतिष तथा ज्योतिष शास्त्र में सिंह लग्न (Singh Lagna)
वैदिक ज्योतिष तथा ज्योतिष शास्त्र में कुल 12 लग्न है और उन लग्नों में “पंचम लग्न” है “सिंह लग्न” (Singh Lagna)। सिंह लग्न के स्वामी “सूर्य देव” हैं। इस लेख में हमने सिंह लग्न से जुड़ी सभी जरूरी बातों को शामिल किया है, जैसे की : सिंह लग्न का व्यक्तित्व, सिंह लग्न के लोगों का शारीरिक गठन तथा स्वास्थ्य, सिंह लग्न के जातकों का प्रेम सम्बन्ध। इसके साथ ही हम जानेंगे, सिंह लग्न के लोगों के शुभ ग्रह तथा अशुभ ग्रह, शुभ रंग तथा शुभ रत्न क्या है? तो, चलिए जान लेते है, सिंह लग्न से जुड़ें इन जरुरी बातों को :
वैदिक ज्योतिष शास्त्र में सिंह लग्न : (Vedic Jyotish Shastra Me Singh Lagna)
इस लग्न के जातकों पर सूर्य (Surya) का प्रभाव रहता है। इस लग्न के जातक तेजस्वी होते है, इनके चेहरे पर सूर्य के समान तेज होता है। सिंह लग्न वाले निर्भीक और उदार होते हैं। इस लग्न के जातक अपने बल पर ही सब कुछ प्राप्त करना चाहते हैं।
सिंह – “अग्नि तत्व” की राशि है। इस लग्न के जातक स्वभाव से साहसी, दृढ और धैर्यवान होते हैं। सूर्य को आत्मविश्वास का कारक ग्रह माना जाता है और इसलिए सिंह लग्न के जातकों में आत्मविश्वास की कमी नहीं होती।
कुल मिलाकर, सिंह लग्न के जातक एक मान-सम्मान भरा और गौरवपूर्ण जीवन जीते हैं। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, सिंह लग्न के जातक सरल, हंसमुख, वीर और पराक्रमी होते हैं। इन्हें धन, सुख, वैभव और शक्ति की जीवन भर कोई कमी नहीं रहती।
सिंह लग्न के जातक का व्यक्तित्व : (Singh Lagna Ke Jatak Ka Vyaktitva)
सिंह लग्न के जातक पराक्रम और बुद्धि के बल पर जीवन में तरक्की प्राप्त करते हैं। सिंह लग्न का प्रतीक है “शेर” इसलिए सिंह लग्न के जातकों में शेर के सामान ही साहस, पराक्रम और लड़ने की शक्ति होती है। सिंह लग्न के जातक खतरों से नहीं डरते और डट कर उसका सामना करते हैं। इस लग्न के जातक जीवन की प्रत्येक परिस्थति में ढ़लने और उनका सामना करने की ताकत रखते हैं।
सिंह लग्न के जातक आकर्षक और गतिशील व्यक्तित्व के स्वामी होते हैं। सरकारी या गैर सरकारी पदों पर आसीन उच्च अधिकारी के रूप में कार्यरत व्यक्ति अधिकतम सिंह लग्न वाले जातक ही होते है। इस लग्न के जातकों में नेतृत्व की क्षमता कूट-कूट कर भरी रहती है। किसी भी प्रकार की प्रतियोगी परीक्षा हो सिंह लग्न वाले अवश्य सफल होते हैं। सिंह लग्न के जातक अपने से उच्चाधिकारियों के लिए हमेशा ही कृतज्ञता की भावना रखते है।
यदि जन्म कुंडली में सूर्य अपनी उच्च राशि या शुभ स्थानों में हो तो व्यक्ति राजा के समान जीवन जीने वाला होता है। सिंह लग्न के जातकों में और भी कई गुण होते है, जो इस प्रकार है :
- इस लग्न के जातक सिद्धांतवादी होते है और सारा जीवन अपने सिद्धांतों पर ही चलते है।
- ये धार्मिक प्रवृत्ति के होते है। इनमें परोपकार की भावना भी कूट – कूट कर भरी होती है।
- इस लग्न के जातक अपनी क्षमताओं को दुनिया के सामने लाते है और अक्सर एक होनहार और परोपकारी नेता बनकर उभरते है।
- इस लग्न के जातक अनुशासनप्रिय होते है।
- ये गंभीर, तेजस्वी तथा निरंतर गतिशील होते हैं।
- धर्म के मामले में ये श्रद्धावान और कट्टर स्वभाव के होते है। ये योग साधना तथा सत्संग में हिस्सा जरूर लेते हैं।
- इस लग्न के जातकों को गुस्सा कम आता है पर ये जब भी क्रोधित होते हैं तो इन्हें शांत कराना आसान नहीं है।
सिंह लग्न के जातक की शारीरिक विशेषता : (Singh Lagna – Sharirik Visheshta)
शारीरक दृष्टिकोण से सिंह लग्न के जातक मजबूत होते है। इनकी भौंहें परस्पर मेल कहती है और इनके कंधे चौड़े होते इनका रंग गेहुँआँ और इनके बाल उभरते हुए प्रतीत होते हैं। इनका शारीरिक गठन मजबूत और कद से लम्बे तथा छरहरी काया होती है।
सिंह लग्न के जातक की मानसिक विशेषता : (Singh Lagna – Singh Visheshta)
सिंह लग्न वाले न सिर्फ शरीर से बल्कि मानसिक दृष्टिकोण से भी मजबूत होते हैं। कभी कभी ये थोड़े क्रोधित और उग्र हो जाते है और लोग इन्हें इसी रवैये के कारण अहंकारी समझते हैं। जीवन में आयी बड़ी से बड़ी परेशानी से भी ये नहीं डरते और जैसा कि इनके लग्न चिन्ह का प्रतीक ही शेर है ये अपने बुद्धि का उपयोग कर अपने प्रतिद्वंदियों के लिए मुश्किलें खड़ा कर देते हैं। मानसिक तौर पर इस लग्न के जातक इतने मजबूत होते हैं कि आसानी से किसी के भी बहकावे में नहीं आते। ये हर काम पूरी सोच बिचार के एक सफल रणनीति के साथ करते हैं ।
सिंह लग्न : प्रेम और संबंध : (Singh Lagna – Prem Sambandh)
सिंह लग्न वाले अपने जीवनसाथी तथा रिश्तेदारों को दिल से प्रेम करते हैं। रिश्तों के मामले में ये वफादार होते हैं और अपनी भावनाओं पर इनका पूर्ण रूप से नियंत्रण होता है। ये अपने साथी के प्रति वफादार होते है और साथ में अपने साथी से भी वफ़ादारी की उम्मीद करते हैं। सिंह लग्न वालों की अग्नि तत्व लग्न वाली राशियों के साथ अच्छी बनती है जैसे की : मेष लग्न और धनु लग्न। इनके अलावा भी मिथुन लग्न, तुला लग्न और कुंम्भ लग्न के साथ सिंह लग्न वालों का सही मेल बैठता है ।
सिंह लग्न वालों का स्वास्थ्य : (Singh Lagna Walo Ka Swasthya)
सिंह लग्न की जन्म कुंडली में यदि सूर्य की स्थिति सही न हो या सूर्य अस्त हो तो जातक रक्त तथा ह्रदय से सम्बंधित समस्याओं से ग्रसित हो जाता है। अन्य स्वास्थ्य समस्याओं में फेफड़ों का संक्रमित होना, रीढ़ के हड्डी में दर्द, आँखों से जुड़ी समस्या, पसलियों में दर्द तथा बुखार शामिल है।
सिंह लग्न राशि वालों के लिए शुभ ग्रह : (Singh Lagna – Shubh Grah)
इस लग्न के लिए “सूर्य” सबसे शुभ ग्रह है इसके अलावा मंगल और बृहस्पति ग्रह भी शुभ फलदायी होते है। इस लग्न कुंडली में शनि एक सम ग्रह है।
सिंह लग्न राशि वालों के लिए अशुभ ग्रह : (Singh Lagna – Ashubh Grah)
सिंह लग्न के लिए बुध, शुक्र तथा राहु, केतु मारक ग्रहों की गिनती में आते है।
सिंह लग्न वालों के लिए शुभ रंग : (Singh Lagna – Shubh Rang)
सिंह लग्न वालों के लिए लाल, नारंगी, सुनहरा रंग सबसे शुभ होता है।
सिंह लग्न वालों के लिए भाग्यशाली रत्न : (Singh Lagna – Bhagyashali Ratna)
सिंह लग्न वालों के लिए रत्नों में “रूबी” बहुत ही शुभ फलदायी तथा भाग्यशाली साबित होता है।
Frequently Asked Questions
1. कौन सी वायु तत्व लग्न, सिंह लग्न वालों के लिए शुभ होती है?
सिंह लग्न वालों के लिए शुभ वायु तत्व लग्न : मिथुन लग्न, तुला लग्न और कुंभ लग्न।
2. कौन सी अग्नि तत्व राशि सिंह लग्न वालों के लिए शुभ होती है?
सिंह लग्न वालों के लिए शुभ अग्नि तत्व लग्न : मेष लग्न और धनु लग्न।
3. कौन सी रंग सिंह लग्न वालों के लिए शुभ होती है?
सिंह लग्न वालों के लिए लाल, नारंगी, सुनहरा रंग सबसे शुभ होते हैं।
4. सिंह लग्न वालों का शुभ रत्न कौन सा है?
सिंह लग्न वालों के लिए शुभ रत्न – रूबी है।
5. कौन सा ग्रह सिंह लग्न के लिए योगकारक होता है?
सूर्य, मंगल तथा बृहस्पति ग्रह, सिंह लग्न के लिए योगकारक होते है।
6. कौन सा ग्रह सिंह लग्न के लिए अशुभ होता है?
सिंह लग्न के लिए अशुभ ग्रह – बुध, शुक्र तथा राहु, केतु है।